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Pyar Hamara Amar Rahega Lyrics in Hindi

प्यार हमारा अमर रहेगा,

याद करेगा जहान,

तु मुमताज हैं मेरे ख्वाबो की,

मै तेरा शाहेजहा,,

,

प्यार हमारा अमर रहेगा,

याद करेगा जहान,

मैं मुमताज हूँ तेरे ख्वाबो की,

तू मेरा शाहेजहा..,

चेहरा कवल हैं बाते गजल हैं,

खूशबू जैसी तु चंचल हैं,

तेरा बदन हैं संगमरमर,

तू एक जिंदा ताजमहल हैं ,

उतरी हैं तू आसमान से ,

तुझसा जमीन पे कहा,

प्यार हमारा अमर रहेगा,

याद करेगा जहान..,

,

तु जो सलामत प्यार सलामत,

तेरी बाहे मेरी पनाह है,

तूने हमको इतना चाहा ,

और खुदा से हम क्या चाहे ,

नाम वफा का तुझसे हैं जिंदा ,

तुझपे हैं जान कुरबान,

,

प्यार हमारा अमर रहेगा,

याद करेगा जहान,

तु मुमताज हैं मेरे ख्वाबो की,

मै तेरा शाहेजहा..,

Pyar Hamara Amar Rahega Lyrics in English

Pyar Hamara Amar Rahega Lyrics in English (Translation)

Romanized

Pyar Hamara Amar Rahega ,

Yad Karega Jahan,

Tu Mumtaz Hai Mere ,

Khwabon Ki Mai ,

Tera Shahey Jahaan,

Ohhh Ohhh Aa Hh Aa,

Pyar Hamra Amar Rahega ,

Yad Karega Jahan,

Mai Mumtaz Hoon Tere Khwabon Ki ,

Tu Mera Shahey Jahaan..,

Chehera Kaval Hai, Batein Ghazal Hai,

Khushboo Jaisi Tu Chanchal Hai,

Tera Badan Hai Sanghey Mar Mar,

Tu Ek Zinda Taj Mahal Hai,

Utri Hai Tu Aasman Se, ,

Tujhsa Zameen Pe Kahan,

Pyar Hamara Amar Rahega,

yaad Karega Jahan..,

Tu Jo Salamat, Pyar Salamat,

Teri Bahen Meri Panah Hain,

Tune Humko Itna Chaha,

Aur Khuda Se Hum Kya Chahey,

Naam Wafa Ka Tujhse Hai Zinda,

Tujh Pe Hai Jaan Qurbaan,,

Pyar Hamra Amar Rahega ,

Yad Karega Jahan,

Tu Mumtaz Hai Mere Khwabon Ki ,

Mai Tera Shahey Jahaan..

About Film  : 

मुद्दत (1986 फ़िल्म)

1986 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। कानून की छात्रा भारती अपने विधुर और अंधे पिता के साथ रहती है। रवि शंकर सिंह एक गायक और नर्तक हैं; भारती उनकी प्रशंसक हैं और कभी भी उनके संगीत समारोहों को याद नहीं करती हैं। एक दिन भारती रवि को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने से हैरान है। उसे पता चलता है कि रवि ने एक व्यक्ति राणा सिंह की हत्या की बात कबूल कर ली है और जल्द ही उसे फाँसी दे दी जाएगी। भारती, रवि के अंतिम संगीत कार्यक्रम में भाग लेती है, लेकिन रवि उसका अपहरण कर लेता है और जबरन उससे शादी कर लेता है। शादी के बाद, रवि को गिरफ्तार किया जाता है और अदालत में पेश किया जाता है। यहाँ पता चलता है कि रवि और भारती ने मिलकर रवि की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की साजिश रची थी, लेकिन अदालत अभी भी आश्वस्त नहीं है और रवि की मौत की सजा को बरकरार रखती है। क्लाइमेक्स में रवि की मासूमियत या अपराधबोध का पता चलता है।