गाना / Title: ऐ वतन – Ae watan Mere Watan (Raazi) चित्रपट / Film: राज़ी-(Raazi) संगीतकार / Music Director: शंकर-एहसान-लॉय-(Shankar-Ehsaan-Loy) गीतकार / yricist: गुलजार-(Gulzar) गायक / Singer(s): अरिजित सिंग-(Arijit Singh), सुनिधी चौहान-(Sunidhi Chauhan)
Ae watan, watan mere Aabaad rahe tu Ae watan, watan mere Aabaad rahe tu (Ae watan, watan mere Aabaad rahe tu)
Main jahan rahun Jahan me yaad rahey tu (Main jahan rahun Jahan me yaad rahey tu)
Ae watan, mere watan (Ae watan, mere watan)
Tu hi meri manzil Pehchan tujhi se (Tu hi meri manzil Pehchan tujhi se)
Pahunchu main jahan bhi Meri buniyad rahey tu (Pahunchu main jahan bhi Meri buniyad rahey tu)
Ae watan, watan mere Aabaad rahe tu Main jahan rahun Jahaan me yaad rahe tu Ae watan, mere watan (Ae watan, mere watan)
Tujpe koyi gam ki aanch aane nahi doon (Tujpe koyi gam ki aanch aane nahin doon)
Kurbaan meri jan tujpe shaad rahey tu (Kurbaan meri jan tujpe shaad rahey tu)
Ae watan, watan mere Aabaad rahey tu Main jahan rahun Jahaan me yaad rahey tu Ae watan, ae watan, mere watan Ae watan, mere watan Aabaad rahey tu.. Aabaad rahey tu..
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tum prem ho tum preet ho lyrics in hindi तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मेरी बांसुरी का गीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मनमीत हो, राधे, मेरी मनमीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मनमीत हो, राधे, मेरी मनमीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मेरी बांसुरी का गीत हो.… Read more: tum prem ho tum preet ho lyrics
Ve Kamleya Lyrics In Hindi वे कमलेया वे कमलेयावे कमलेया मेरे नादान दिलवे कमलेया वे कमलेयावे कमलेया मेरे नादान दिलदो नैनों के पेचीदा सौ गलियारेइनमें खो कर तू मिलता है कहाँतुझको अम्बर से पिंजरे ज्यादा प्यारेउड़ जा कहने सेसुनता भी तू है कहाँगल सुन ले आगल सुन ले आवे कमलेया मेरे नादान दिलवे कमलेया वे… Read more: Ve Kamleya Lyrics
सजा दो घर का गुलशन सा, अवध में राम आए हैं (Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Avadh Me Ram Aaye Hain Lyrics) सजा दो घर का गुलशन सा,अवध में राम आए हैं,सजा दो घर को गुलशन सा,अवध में राम आए हैं,अवध मे राम आए है,मेरे सरकार आए हैं,लगे कुटिया भी दुल्हन सी,अवध मे राम… Read more: Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Avadh Me Ram Aaye Hain Lyrics
ऐ, मेरे वतन के लोगों, तुम ख़ूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने हैं प्राण गँवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए, जो लौट के घर ना आए
ऐ, मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी ऐ, मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी
जब घायल हुआ हिमालय, ख़तरे में पड़ी आज़ादी जब तक थी साँस, लड़े वो... जब तक थी साँस, लड़े वो, फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा सो गए अमर बलिदानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी
जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली जब हम बैठे थे घरों में... जब हम बैठे थे घरों में वो झेल रहे थे गोली
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी
कोई सिख, कोई जाट, मराठा कोई सिख, कोई जाट, मराठा कोई गुरखा, कोई मद्रासी, कोई गुरखा, कोई मद्रासी सरहद पर मरने वाला... सरहद पर मरने वाला हर वीर था भारतवासी
जो ख़ून गिरा पर्वत पर वो ख़ून था हिंदुस्तानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी
थी ख़ून से लथपथ काया फिर भी बंदूक उठा के दस-दस को एक ने मारा फिर गिर गए होश गँवा के जब अंत समय आया तो... जब अंत समय आया तो कह गए कि अब मरते हैं जब अंत समय आया तो कह गए कि अब मरते हैं ख़ुश रहना देश के प्यारों, ख़ुश रहना देश के प्यारों अब हम तो सफ़र करते हैं, अब हम तो सफ़र करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी तुम भूल ना जाओ उनको इसिलिए कही ये कहानी जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो क़ुर्बानी
जय हिंद, जय हिंद की सेना जय हिंद, जय हिंद की सेना जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद
Ae Mere Watan Ke Logon with Lyrics
Ae Mere Watan Ke Logon with Lyrics
Ae Mere Watan Ke Logon with Lyrics
Ae Mere Watan Ke Logon with Lyrics
ऐ मेरे वतन के लोगो एक हिन्दी देशभक्ति गीत है जिसे कवि प्रदीप ने लिखा था और जिसे सी॰ रामचंद्र ने संगीत दिया था। ये गीत १९६२ के चीनी आक्रमण के शहीद हुए भारतीयसैनिकों को समर्पित था।
tum prem ho tum preet ho lyrics in hindi तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मेरी बांसुरी का गीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मनमीत हो, राधे, मेरी मनमीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मनमीत हो, राधे, मेरी मनमीत हो. तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो। मेरी बांसुरी का गीत हो.… Read more: tum prem ho tum preet ho lyrics
Ve Kamleya Lyrics In Hindi वे कमलेया वे कमलेयावे कमलेया मेरे नादान दिलवे कमलेया वे कमलेयावे कमलेया मेरे नादान दिलदो नैनों के पेचीदा सौ गलियारेइनमें खो कर तू मिलता है कहाँतुझको अम्बर से पिंजरे ज्यादा प्यारेउड़ जा कहने सेसुनता भी तू है कहाँगल सुन ले आगल सुन ले आवे कमलेया मेरे नादान दिलवे कमलेया वे… Read more: Ve Kamleya Lyrics
सजा दो घर का गुलशन सा, अवध में राम आए हैं (Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Avadh Me Ram Aaye Hain Lyrics) सजा दो घर का गुलशन सा,अवध में राम आए हैं,सजा दो घर को गुलशन सा,अवध में राम आए हैं,अवध मे राम आए है,मेरे सरकार आए हैं,लगे कुटिया भी दुल्हन सी,अवध मे राम… Read more: Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Avadh Me Ram Aaye Hain Lyrics
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती मेरे देश की धरती ...
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं सुनके रहट की आवाज़ें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे, मेरे देश ...
जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अंगड़ाइयाँ लेती है क्यूँ ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है इस धरती पे जिसने जनम लिया, उसने ही पाया प्यार तेरा यहाँ अपना पराया कोई नहीं, है सब पे है माँ उपकार तेरा, मेरे देश ...
ये बाग़ है गौतम नानक का खिलते हैं चमन के फूल यहाँ गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक, ऐसे हैं अमन के फूल यहाँ रंग हरा हरी सिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से रंग बना बसंती भगत सिंह रंग अमन का वीर जवाहर से, मेरे देश ...
Mere Desh Ki Dharti lyrics in Englsh
Lyrics
Mere desh ki dharti O mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, mere desh ki dharti Mere desh ki dharti Mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, mere desh ki dharti Mere desh ki dharti
Bailon ke gale mein jab ghungharu Jeevan ka raag sunaate hain Jeevan ka raag sunaate hain Gham koson door ho jata hai Khushiyon ke kanval muskaate hain Khushiyon ke kanval muskaate hain Sun ke rehat ki aawaazein Sun ke rahat ki aawaazein Yun lage kahin shehnaai baje Yun lage kahin shehnaai baje Aate hi mast baharon ke Dulhan ki tarah har khet saje Dulhan ki tarah har khet saje
O mere desh ki dharti O mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, o mere desh ki dharti Mere desh ki dharti
Jab chalte hain is dharati pe hal Mamta angdaaiyaan leti hai Mamta angdaaiyaan leti hai Kyun na pooje is maati ko Jo jeevan ka sukh deti hai Jo jeevan ka sukh deti hai Is dharti pe jisne janam liya Is dharti pe jisne janam liya Usne hi paya pyaar tera Usne hi paya pyaar tera Yahan apna paraya koi nahin Yahan apna paraya koi nahin Hai sab pe hai Maa upkaar tera Hai sab pe hai Maa upkaar tera
Mere desh ki dharti O mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, mere desh ki dharti Mere desh ki dharti
Yeh baag hai Gautam Nanak ka Khilte hain aman ke phool yahan Khilte hain aman ke phool yahan Gaandhi, Subhash Gaandhi, Subhash, Tagore, Tilak Aise hain chaman ke phool yahan Aise hain chaman ke phool yahan Rang hara hari Singh Nalve se.. Rang laal hai Lal Bahadur se Rang bana basanti Bhagat Singh Rang bana basanti Bhagat Singh Rang aman ka veer Jawahar se Rang aman ka veer Jawahar se
Mere desh ki dharti O mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, mere desh ki dharti Mere desh ki dharti
Mere desh ki dharti sona ugle Ugle heere moti, mere desh ki dharti Mere desh ki dharti Mere desh ki dharti Mere desh ki dharti Mere desh ki dharti Mere desh ki dharti
गाना / Title: मेरे देश की धरती, सोना उगले उगले हीरे मोती – mere desh kii dharatii, sonaa ugale ugale hiire motii
चित्रपट / Film: उपकार-(Upkaar)
संगीतकार / Music Director: कल्याणजी – आनंदजी-(Kalyanji-Anandji)
गीतकार / Lyricist: गुलशन बावरा-(Gulshan Bawra) गायक / Singer(s): chorus, महेन्द्र कपूर-(Mahendra Kapoor) राग / Raag: Bhairavi
कर्मा 1986 की भारतीय हिंदी भाषा की एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जो सुभाष घई द्वारा निर्देशित है और इसमें दिलीप कुमार, नूतन, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, नसीरुद्दीन शाह, श्रीदेवी, पूनम ढिल्लों, सत्यनारायण कैकला और अनुपम खेर जैसे कलाकार शामिल हैं। . यह फिल्म सुभाष घई और दिलीप कुमार को उनकी पिछली फिल्म विधाता (1982) की सफलता के बाद फिर से एक साथ लाती है। इस फिल्म में पहली बार दिलीप कुमार की जोड़ी अनुभवी अभिनेत्री नूतन के साथ बनी। यह 1986 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी और दशक की ग्यारहवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म थी।
कथानक (Plot )
राणा विश्व प्रताप सिंह, एक पूर्व उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी, एक जेल के प्रभारी हैं जो अपराधियों को सफलतापूर्वक सुधारती है। उन्हें सूचित किया गया कि एक प्रमुख आतंकवादी संगठन के प्रमुख 50 वर्षीय डॉ. माइकल डांग को पकड़ लिया गया है, और दूरस्थ स्थान होने के कारण उन्हें उनकी जेल में रखा जा रहा है। डैंग एक बहस के दौरान जेल वार्डन पर हमला करता है। विश्वा ने डैंग को थप्पड़ मारा, जो भारतीय संस्कृति में बेहद अपमानजनक है। डैंग ने उससे बदला लेने की कसम खाई।
जबकि विश्वा दूर है, डांग की सेना ने उसे मुक्त कर दिया। उन्होंने जेल को नष्ट करने और पास में रहने वाले विश्वा के परिवार को मारने की योजना बनाई। हालांकि, उनकी पत्नी को बचा लिया गया है. शोक की अवधि के बाद, विश्वा डांग के संगठन को न्याय के कटघरे में लाने के मिशन पर निकल पड़ता है। मिशन को भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है, और विश्वा सफलतापूर्वक बैजू ठाकुर, जॉनी/ज्ञानेश्वर और एक पूर्व आतंकवादी खैरुद्दीन चिश्ती की भर्ती करता है।
एक वन रेंजर के भेष में, विश्वा भारतीय सीमा के आसपास ठिकाने स्थापित करता है जहां उनका मानना है कि डांग का परिसर स्थित है। विश्व, बैजू, जॉनी और चिश्ती अपने प्रशिक्षण के दौरान एक मजबूत बंधन बनाते हैं, और बैजू और जॉनी को क्रमशः राधा और तुलसी से प्यार हो जाता है। चिश्ती विश्वा से विनती करता है कि बैजू और जॉनी को जाने दे क्योंकि उसका मानना है कि उनमें सुधार हो गया है। विश्वा दुखी है।
जहां तक विश्वा की बात है तो उनका एकमात्र मकसद मिशन पूरा करना था। जब वह पास की एक इमारत में बंद बैजू, जॉनी और चिश्ती की रक्षा करता है तो आतंकवादी उसे गोली मार देते हैं। विश्वा अस्पताल में भर्ती है। तीनों सैनिक व्याकुल हैं और महसूस करते हैं कि उन्हें सिंह के लिए मिशन पूरा करने की जरूरत है। फिर उन्हें डॉ. डैंग के परिसर के सटीक स्थान के बारे में खुफिया जानकारी प्राप्त होती है, जिसमें वे सफलतापूर्वक घुसपैठ करते हैं। बंधकों (जो भारतीय सेना के जवान हैं) की मदद से, जिन्हें आतंकवादियों ने बंदी बना लिया था, उन्होंने परिसर को नष्ट करने और आतंकवादियों को मारने का काम शुरू कर दिया। यह जल्द ही स्पष्ट हो जाता है कि भारी सुरक्षा वाले युद्ध सामग्री केंद्र को नष्ट करना ही आतंकवादी संगठन को हराने का एकमात्र तरीका है। खैरुद्दीन एक योजना बनाता है जिसमें विस्फोटकों से भरे ट्रक को इमारत के बीचोबीच ले जाना शामिल है। बैजू और जॉनी का तर्क है कि योजना बहुत खतरनाक है और वे सभी इस प्रक्रिया में मारे जाएंगे। हालाँकि खैरुद्दीन खुद का बलिदान देना चाहता है ताकि उसके दोस्त अपनी नई आजादी का आनंद ले सकें। खैरुद्दीन द्वारा बैजू और जॉनी को जबरन ट्रक से उतार दिया जाता है, जो फिर अपनी जान की कीमत पर युद्ध सामग्री केंद्र को नष्ट कर देता है। जॉनी और बैजू मुख्य परिसर में लौटते हैं और शेष आतंकवादियों को मारकर लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाते हैं। सिंह, तेजी से स्वस्थ होकर, लड़ाई में शामिल हो जाता है और डॉ. डैंग को मार डालता है और इस तरह मिशन पूरा करता है।
जीवित बचे दो सैनिकों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाता है और खैरुद्दीन को मरणोपरांत पुरस्कार दिया जाता है। सिंह और दोनों सैनिकों के बीच लंबे समय तक चलने वाली दोस्ती है।
sandese aate hai, hame tadpate hai, jo chitthee aatee hai, vo poochhe jaatee hai, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye ghar soona soona hai.
sandese aate hai, hame tadpate hai, jo chitthee aatee hai, vo poochhe jaatee hai, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye ghar soona soona hai.
kisi dilavaalee ne, kisi matavaalee ne, hame khat likha hai, ye hamase poochha hai, kisi kee saanson ne, kisi kee dhadakan ne, kisi kee choodee ne, kisi ke kangan ne, kisi ke kajare ne, kisi ke gajare ne, mahakatee subahon ne, machalatee shaamon ne, akelee raaton mein, adhooree baaton ne, tarasatee baahon ne, aur poochha hai tarasee nigaahon ne, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye dil soona soona hai.
sandese aate hai, hame tadpate hai, jo chitthee aatee hai, vo poochhe jaatee hai, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye ghar soona soona hai.
mohabbat vaalon ne, hamaare yaaron ne, hame ye likha hai, ki hamase poochha hai, hamaare gaanvon ne, aam kee chhaanvon ne, puraane peepal ne, barasate baadal ne, khet khaliyaanon ne, hare maidaanon ne, basantee belon ne, jhoomatee belon ne, lachakate jhoolon ne, dahakate phoolon ne, chatakatee kaliyon ne, aur poochha hai gaanv kee galiyon ne, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin gaanv soona soona hai.
sandese aate hai, hame tadpate hai, jo chitthee aatee hai, vo poochhe jaatee hai, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye ghar soona soona hai.
kabhee ek mamata kee, pyaar kee ganga kee, jo chitthee aatee hai, saath vo laatee hai, mere din bachapan ke, khel vo aangan ke, vo saaya aanchal ka, vo teeka kaajal ka, vo loree raaton mein, vo naramee haathon mein, vo chaahat aankhon mein, vo chinta baaton mein, bigadana oopar se, mohabbat andar se, kare vo devee maan, yahee har khat mein poochhe meree maan, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin aangan soona soona hai.
sandese aate hai, hame tadpate hai, jo chitthee aatee hai, vo poochhe jaatee hai, ke ghar kab aaoge, ke ghar kab aaoge, likho kab aaoge, ke tum bin ye ghar soona soona hai.
ai gujarane vaalee hava bata, mera itana kaam karegee kya, mere gaanv ja, mere doston ko salaam de, mere gaanv mein hai jo vo galee, jahaan rehatee hai meree dilaruba, use mere pyaar ka jaam de, use mere pyaar ka jaam de.
vaheen thodee door hai ghar mera, mere ghar mein hai meree boodhee maan, meree maan ke pairon ko chhoo ke too, use usake bete ka naam de, ai gujarane vaalee hava zara, mere doston, meree dilaruba, meree maan ko mera payaam de, unhen ja ke too ye payaam de.
main vaapas aaunga, main vaapas aaunga, ghar apane gaanv mein, usee kee chhaanv mein, ki maan ke aanchal se, gaanv kee peepal se, kisi ke kaajal se, kiya jo vaada tha vo nibhaoonga.
main ek din aaunga main ek din aaunga main ek din aaunga main ek din aaunga.
About Film (Border) : (Based On Wikipedia)
इस फिल्म की कहानी एक सत्य घटना से प्रेरित है। इस फिल्म में 1971 के भारत-पाक युद्ध के समय लड़े गए लोंगेवाला का युद्ध को विस्तार से समझाया गया है। फिल्म की कहानी 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान की लड़ाई से प्रेरित है जहाँ राजस्थान के लाँग्वला पोस्ट पर 120 भारतीय जवान सारी रात पाकिस्तान की टाँक रेजिमेण्ट का सामना करते हैं।
फिल्म 1971 के भारत-पाक युद्ध के एलान से पहले के दृश्य से शुरू होती है जहाँ मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी (सनी देओल) को 120 जवानों के साथ लोनगेवाला पोस्ट पर भेजा जाता है। वही दूसरी तरफ मेजर बाजवा (जैकी श्रॉफ) को जैसेलमेर में हवाई बेस बनाने का आदेश मिलता है। फिल्म आगे बढ़ते हुए जवानो के परिवारों की कहानी सुनाती है जहाँ धरमवीर (अक्षय खन्ना) की अन्धी माँ है और उसकी (धरमवीर की) शादी होने वाली है, भैरव सिंह (सुनील शेट्टी) की सुहाग रात है, रतन सिंह (पुनीत इस्सर) के माता-पिता उसकी राह देख रहे हैं, मथुरा दास की पत्नी बीमार है और उसे छुट्टी चाहिए और कुलदीप सिंह की पत्नी उसके तबादले के लिए ज़ोर लगती है। फिल्म अलग अलग जगह से आए जवानो के बीच बनते रिश्तो पर भी नज़र डालती है।
अन्तराल से पहले सभी पात्रों के परिचय के बाद फिल्म युद्ध पर केन्द्रित होती है जिसे बेहतरीन तरीके से पेश किया गया है। फिल्म की पटकथा दर्शकों को बाँधे रखती है और युद्ध के शुरू होने से पहले के संवाद दर्शकों में नयी जान डाल देती है। फिल्म का संगीत बेहद प्रेरित करने वाला है और दर्शकों ने बेहद पसन्द किया है। गाने एक फौजी के जीवन की दास्तान बयान करते हैं। हालाँकि बीच में फिल्म में प्रेम कहानी डालकर फिल्म को थोड़ा खींच दिया गया है जिससे दर्शक ऊब से जाते हैं पर शुरुआत और अन्त दर्शकों को बाँधे रखता है। फिल्म का अन्त दुखद दृश्य पेश करता है और एक सन्देश भेजने की कोशिश करता है।
मुख्य कलाकार
राखी गुलज़ार – धरमवीर की माँ
सनी देओल – मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी
जैकी श्रॉफ – विंग कमांडर एंडी बाजवा
सुनील शेट्टी – कैप्टन भैरव सिंह राठौड़, बीएसएफ
अक्षय खन्ना – सेकंड लेफ्टिनेंट धरमवीर सिंह भान
पूजा भट्ट – कमला
तबु – कुलदीप की पत्नी
कुलभूषण खरबंदा – फघीरम, खानसामा
सुदेश बैरी – सूबेदार मथुरा दास
पुनीत इस्सर – सूबेदार रतन सिंह
संगीत
बॉर्डर फ़िल्म के संगीतकार अनु मलिक हैं तथा गीतकार जावेद अख्तर हैं। संगीत अधिकार वीनस रिकार्ड्स के पास हैं।
क्र॰ शीर्षक गायक अवधि
1. “हमें जब से मोहब्बत” सोनू निगम, अलका याज्ञनिक 07:33
2. “हिंदुस्तान हिंदुस्तान” शंकर महादेवन, सोनाली राठोड 08:12
3. “संदेसे आते हैं” रूप कुमार राठोड, सोनू निगम 10:19
Vande mataram lyrics meaning in Hindi/वंदे मातरम लिरिक्स का हिंदी अर्थ
Vande Mataram translation by Maharishi Aurobindo in hindi
गद्य रूप में श्री अरबिन्द घोष द्वारा किए गए अंग्रेज़ी अनुवाद का हिन्दी अनुवाद इस प्रकार है-
मैं आपके सामने नतमस्तक होता हूँ। ओ माता, पानी से सींची, फलों से भरी, दक्षिण की वायु के साथ शान्त, कटाई की फ़सलों के साथ गहरा, माता! उसकी रातें चाँदनी की गरिमा में प्रफुल्लित हो रही हैं, उसकी ज़मीन खिलते फूलों वाले वृक्षों से बहुत सुंदर ढकी हुई है, हंसी की मिठास, वाणी की मिठास, माता, वरदान देने वाली, आनंद देने वाली।
वंदेमातरम् गीत का परिचय/About Vande Mataram
भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् है। जिसकी रचना बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा की गई । उन्होंने 7 नवम्बर, 1876 ई. में बंगाल के कांतल पाडा नामक गाँव में इस गीत की रचना की। जिसे उन्होंने अपने 1882 के बंगाली उपन्यास ‘आनंदमठ’ में शामिल किया था। ‘वंदे मातरम’ शीर्षक का अर्थ (vande mataram meaning in hindi) है “माँ! मैं आपको नमस्कार करता हूँ” या “मैं आपके सामने नतमस्तक होता हूँ, माँ”.
वंदे मातरम् गीत के प्रथम दो पद संस्कृत में हैं। वहीं शेष पद बांग्ला भाषा में थे। राष्ट्रकवि रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा इस गीत को स्वरबद्ध किया गया था। पहली बार इस गीत को 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। 1905 में यह राजनीतिक सक्रियता और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिए एक लोकप्रिय मार्चिंग गीत बन गया।
अरबिंदो घोष ने इस गीत का अंग्रेज़ी में और आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने इसका उर्दू में अनुवाद किया।
24 जनवरी 1950 को, भारत की संविधान सभा ने “वंदे मातरम” को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया। इस अवसर पर, भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि इस गीत को भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” के साथ समान रूप से सम्मानित किया जाना चाहिए। वंदे मातरम के बोल फिर कई भाषाओं में अनुवादित हुए।
‘वंदे मातरम्’ का स्थान राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ के बराबर है। यह गीत स्वतंत्रता की लड़ाई में लोगों के लिए प्ररेणा का स्रोत था।
“भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया” एक बॉलीवुड फिल्म है जो 2021 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सेट की गई है और भुज हवाई अड्डे के तत्कालीन प्रभारी आईएएफ स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक के जीवन पर केंद्रित है, जिन्होंने अपनी टीम के साथ 300 स्थानीय महिलाओं की मदद से आईएएफ एयरबेस का पुनर्निर्माण किया था।
भुज द प्राइड ऑफ इंडिया सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित इस फिल्म में अजय देवगन ने भुज एयरपोर्ट के तत्कालीन प्रभारी विजय कार्णिक की भूमिका निभाई है। इस लड़ाई के दौरान स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक अपनी टीम के साथ भुज एयरपोर्ट पर मौजूद थे, जहां हवाई पट्टी नष्ट हो गई थी. इसी बीच पाकिस्तान की ओर से बमबारी की जा रही थी. इस वक्त एयर बेस पर उनके साथ 50 वायुसेना और 60 रक्षा सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. विजय कार्णिक और उनकी टीम ने स्थानीय महिलाओं की मदद से हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण किया। उन्होंने क्षेत्र की 300 महिलाओं के साथ मिलकर इसका पुनर्निर्माण किया ताकि भारतीय सैनिकों को ले जाने वाली उड़ानें आसानी से उतर सकें।
कहानी(Story – Plot)
फिल्म की शुरुआत 8 दिसंबर 1971 को होती है, जब पाकिस्तानी वायु सेना के जेट विमान भुज में भारतीय वायु सेना की हवाई पट्टी पर बार-बार बमबारी करते हैं। भारी विनाश के बीच स्थिति से निपटने की कोशिश करते समय भुज हवाई अड्डे के प्रभारी विजय कार्णिक (अजय देवगन) का दुश्मनों से सामना होता है। कहानी एक सप्ताह पहले की है और कहा जाता है कि भारत ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) को पश्चिमी पाकिस्तान (पाक) के उत्पीड़न से बचने में मदद की थी। इसके कारण दिसंबर 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ। पूर्वी पाकिस्तान में भारत की स्थिति कमज़ोर करने के लिए पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी क्षेत्रों पर आक्रमण कर दिया। वे भुज पर अधिकार करना चाहते थे। रणनीति के तहत विभिन्न भारतीय हवाई अड्डों पर बमबारी की गई। भुज एयरबेस भारतीय वायु सेना के प्रमुख क्षेत्रों में से एक था जहां पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
भारतीय वायु सेना को सीमा सुरक्षा बल से हवाई पट्टी बहाल करने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि पाकिस्तान ने भी उसी समय लोंगेवाला में लड़ाई शुरू कर दी थी। इस दौरान भुज के माधापुर के 300 ग्रामीणों – जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं – ने 72 घंटों के भीतर क्षतिग्रस्त एयरबेस की मरम्मत करके देश की रक्षा के लिए आगे बढ़ने का फैसला किया। फिल्म इसी घटना के इर्द-गिर्द घूमती है और कैसे विजय कार्णिक ने उस युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हम होंगे कामयाब (अंग्रेज़ी: We Shall Overcome का गिरिजा कुमार माथुर द्वारा किया गया हिंदी भावानुवाद) एक प्रतिरोध गीत है। यह गीत बीसवीं सदी में नागरिक अधिकार आंदोलन का प्रधान स्वर बना। इस गीत को आमतौर पर “I’ll Overcome Some Day” (“आई विल ओवरकम सम डे”) से काव्यावतरित माना जाता है, जो चार्ल्स अल्बर्ट टिंडले द्वारा गाया गया था और जिसे 1900 में पहली बार प्रकाशित किया गया था।
We Shall Overcome Lyrics
We shall overcome, we shall overcome,
We shall overcome someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We shall overcome someday.
The Lord will see us through, The Lord will see us through,
The Lord will see us through someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We shall overcome someday.
We’re on to victory, We’re on to victory,
We’re on to victory someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We’re on to victory someday.
We’ll walk hand in hand, we’ll walk hand in hand,
We’ll walk hand in hand someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We’ll walk hand in hand someday.
We are not afraid, we are not afraid,
We are not afraid today;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We are not afraid today.
The truth shall make us free, the truth shall make us free,
The truth shall make us free someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
The truth shall make us free someday.
We shall live in peace, we shall live in peace,
We shall live in peace someday;
Oh, deep in my heart, I do believe,
We shall live in peace someday.
Hindi Translation of we shall overcome
हम जीतेंगे – गीत
होंगे कामयाब होंगे कामयाब,
हम होंगे कामयाब एक दिन;
ओह, मेरे दिल की गहराई में, मुझे विश्वास है,
हम होंगे कामयाब एक दिन।
प्रभु हमें देखेंगे, प्रभु हमें देखेंगे,
किसी दिन प्रभु हमें अवश्य देखेंगे;
ओह, मेरे दिल की गहराई में, मुझे विश्वास है,
हम होंगे कामयाब एक दिन।
हम जीत की ओर हैं, हम जीत की ओर हैं,
हम किसी दिन जीत की ओर अग्रसर हैं;
ओह, मेरे दिल की गहराई में, मुझे विश्वास है,
हम किसी दिन जीत की ओर अग्रसर हैं।
हम हाथ में हाथ डालकर चलेंगे, हम हाथ में हाथ डालकर चलेंगे,
हम किसी दिन हाथ में हाथ डालकर चलेंगे;
ओह, मेरे दिल की गहराई में, मुझे विश्वास है,
हम किसी दिन हाथ में हाथ डालकर चलेंगे।
हम डरते नहीं, हम डरते नहीं,
हम आज डरे हुए नहीं हैं;
ओह, मेरे दिल की गहराई में, मुझे विश्वास है,
हम आज डरने वाले नहीं हैं.
सत्य हमें स्वतंत्र बनायेगा, सत्य हमें स्वतंत्र बनायेगा,
Teri Mitti Mein Mil Jawa Lyrics In Hindi | तेरी मिट्टी में मिल जावा | Movie, Kesari 2019 | Singer, Bpraak | Stars, Akshay Kumar, Parineeti Chopra | Desh Bhakti Songs
गाना – Teri Mitti Lyrics Hindi फिल्म – केसरी (2019) गायक – बीप्राक संगीत – आर्को गीतकार – मनोज मुंतशिर कलाकार – अक्षय कुमार, परिणीति चोपड़ा डायरेक्शन- अनुराग सिंह संगीत लेबल – ज़ी म्यूजिक
तेरी मिट्टी में मिल जावाँ-Teri mitti me lyrics in Hindi
तलवारों पे सर वार दिए अंगारों में जिस्म जलाया है तब जाके कहीं हमने सर पे ये केसरी रंग सजाया है
ऐ मेरी जमीं अफसोस नहीं जो तेरे लिए सौ दर्द सहे महफूज रहे तेरी आन सदा चाहे जान ये मेरी रहे न रहे
हाँ मेरी जमीं महबूब मेरी मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे फीका ना पड़े कभी रंग तेरा जिस्म से निकल के खून कहे
तेरी मिट्टी में मिल जावां गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां तेरे खेतों में लहरावां इतनी सी है दिल की आरजू
ओ.. ओ.. ओओओ..
सरसों से भरे खलिहान मेरे जहाँ झूम के भगड़ा पा न सका आबाद रहे वो गाँव मेरा जहाँ लौट के वापस जा न सका
ओ वतना वे मेरे वतना वे तेरा मेरा प्यार निराला था कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे मैं कितना नसीबों वाला था
तेरी मिट्टी में मिल जावां गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां तेरे खेतों में लहरावां इतनी सी है दिल की आरजू
ओ हीर मेरी तू हंसती रहे तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो मैं मरता था जिस मुखड़े पे कभी उसका उजाला कम ना हो
ओ माई मेरे क्या फिकर तुझे क्यूँ आँख से दरिया बहता है तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं और चाँद हमेशा रहता है
तेरी मिट्टी में मिल जावां गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां तेरे फसलों में लहरावां इतनी सी है दिल की आरजू
Talwaron pe sar waar diye Angaron mein jism jalaya hai Tab jaake ke kahin humne sar pe Yeh kesari rang sajaya hai..
Aye meri zameen afsos nahin Jo tere liye sau dard sahe Mehfooz rahe teri aan sada Chahe jaan meri yeh rahe naa rahe
Aye meri zameen mehboob meri Meri nash-nash mein tera ishq bahe Fika naa pade kabhi rang tera Jismon se nikal ke khoon kahe
Teri mitti mein mill jaawaan Gul banke main khil jaawaan Itni si hai dil ki aarzoo
Teri nadiyon mein beh jawaan Teri kheton mein lehrawaan Itni si hai dil ki aarzoo
O.. o..o.. Sarson se bhare khalihan mere Jahaan jhoom ke bhagra paa na saka Aabad rahe woh gaaon mera Jahaan laut ke wapas jaa na saka
O watna ve, mere watna ve Tera mera pyar nirala tha Qurban hua teri asmat pe Main kitna naseebon wala tha
Teri mitti mein mill jaawaan Gul banke main khil jaawaan Itni si hai dil ki aarzoo
Teri nadiyon mein beh jawaan Teri kheton mein lehrawaan Itni si hai dil ki aarzoo
Kesari.. Ho Heer meri tu hansti rahe Teri aankh ghadi bhar nam naa ho Main marta tha jis mukhde pe Kabhi uska ujala kam naa ho
O maai meri kya fiqr tujhe Kyun aankh se dariya behta hai Tu kehti thi tera chaand hoon main Aur chaand hamesha rehta hai
Teri mitti mein mill jaawaan Gul banke main khil jaawaan Itni si hai dil ki aarzoo
Teri nadiyon mein beh jawaan Teri kheton mein lehrawaan Itni si hai dil ki aarzoo Kesari..
सारागढ़ी मेमोरियल, फ़िरोज़पुर कैंट
सारागढ़ी मेमोरियल गुरुद्वारा 36 सिख रेजिमेंट के 21 सिख सैनिकों की याद में बनाया गया है, जो 12 सितंबर 1897 को वजीरस्तान में किले सारागढ़ी की रक्षा करते हुए दस हजार पठानों के हमले के खिलाफ वीरतापूर्वक शहीद हो गए थे। 36 सिख रेजिमेंट की स्थापना अप्रैल 1887 में फिरोजपुर में कर्नल कुक की कमान के तहत की गई थी, जनवरी 1897 में रेजिमेंट को फोर्ट लॉक हार्ड में भेजा गया था, जिसमें सारागढ़ी और गुलिस्तान महत्वपूर्ण पोस्ट थे, 12 सितंबर की सुबह सारागढ़ी और आसपास के लगभग दस हजार पठान किले के एक हजार गज के भीतर पोजीशन लेकर गोलीबारी शुरू कर दी। किले में केवल 21 सिख सैनिक थे जिन्होंने जवाबी कार्रवाई की क्योंकि बाहरी मदद का सवाल ही नहीं था। सिपाही गुरमुख सिंह हलो ने अपने कमांडर कर्नल नॉटन को बताया कि उनके किले पर दुश्मन ने हमला कर दिया है। कमांडर के आदेश पर ये सैनिक जवाबी गोलीबारी करते रहे। सात घंटे तक लड़ाई चलती रही और फिर एक-एक करके सिक्ख गिरते गए। दोपहर लगभग 2 बजे गैरीसन में गोला-बारूद ख़त्म होने लगा और कर्नल से अधिक आपूर्ति के लिए अनुरोध किया गया। कोई आपूर्ति नहीं आई लेकिन सैनिकों से कहा गया कि वे अपनी बंदूकों पर डटे रहें। इस बीच, पठानों ने सिख सैनिकों से आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने लड़ते हुए मरना पसंद किया। अन्त में वीर दल का नेता हवलदार ईशर सिंह अकेला रह गया। अपने सिर के चारों ओर गोलियों की सनसनाहट की परवाह किए बिना पूर्ण शांति के साथ हवलदार ईशर सिंह ने फोर्ट लॉकहार्ट के साथ हेलियोग्राफिक संचार जारी रखा। एक समसामयिक सेना प्राधिकरण के अनुसार हवलदार ईशर सिंह, जो जीवित और घायल नहीं था, छोटे से दल का एकमात्र व्यक्ति था, जिसने अपनी राइफल लेकर उस कमरे से जाने वाले दरवाजे के सामने खुद को खड़ा कर दिया, जिसमें दुश्मन ने जबरन प्रवेश किया था, और लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार हो गया। शांति से और स्थिर रूप से. उसने अपनी राइफल लोड की और फायर कर दिया। मृत्यु के बाद भी अपराजित होकर उनके मरते हुए होठों से दुश्मन के विरोध में सिख युद्ध का नारा गूंज उठा। इसके बाद सन्नाटा छा गया और केवल आग की लपटों की आवाज से टूटा। इन बहादुर सैनिकों के सम्मान में सेना अधिकारियों द्वारा फिरोजपुर में स्मारक गुरुद्वारा 27,118 रुपये की लागत से बनाया गया था। गुरुद्वारे को 1904 में पंजाब के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर सर चार्ल्स पेव्ज़ द्वारा खुला घोषित किया गया था। हर साल 12 सितंबर को सुबह एक धार्मिक सभा और शाम को पूर्व सैनिकों का पुनर्मिलन आयोजित किया जाता है।
“21 बनाम 10,000। आखिरी आदमी तक, आखिरी दौर के साथ।”
“यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि जिन सेनाओं के पास बहादुर सिख हों, उन्हें युद्ध में हार का सामना नहीं करना पड़ सकता”
महारानी विक्टोरिया, ब्रिटिश संसद 1897
पहुँचने के लिए :
Ferozpur Cant
हवाईजहाज से: श्री गुरु राम दास अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर से 124 कि.मी. चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 242 किमी 428 किमी इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली
ट्रेन से: रेलवे स्टेशन फिरोजपुर कैंट से 2 किमी
सड़क द्वारा: बस स्टैंड फ़िरोज़पुर शहर से 3.3 किमी, कैंट जनरल बस स्टैंड फ़िरोज़पुर कैंट से 1.8 किमी