Rahim ke Dohe with Hindi and English Meanings
रहीम के दोहे हिंदी अर्थ के साथ
Couplets of Rahim with English Meaning
54. धनि रहीम गति मीन की जल बिछुरत जिय जाय जियत कंज तजि अनत वसि कहा भौरे को भाय ।। अर्थ :- इस रहीम के दोहे में बताया गया है कि मछली का प्रेम धन्य है जो पानी से अलग होते ही मर जाती है। भोरा का प्यार एक भ्रम है जो एक फूल का रस लेता है और तुरंत दूसरे फूल पर टिक जाता है। जो केवल अपने स्वार्थ के लिए प्रेम करता है वह स्वार्थी है। dhani rahīma gati mīna kī jala bichurata jiya jāya jiyata kaṃja taji anata vasi kahā bhaure ko bhāya. Meaning : - In this couplet of Rahim it has been said that the love of a fish is blessed which dies as soon as it is separated from water. Bhora's love is an illusion that takes the juice of one flower and immediately settles on another flower. He who loves only for his own benefit is selfish.