Guru Dutta aarti marathi

जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता
त्रिगुणात्मक त्रैमूर्ती दत्त हा जाणा
त्रिगुणी अवतार त्रैलोक्यराणा
नेती नेती शब्द न ये अनुमाना
सुरवर मुनिजन योगी समाधि न ये ध्याना
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता
सबाह्य अभ्यंतरी तू एक दत्त
अभाग्यासी कैसी न कळे ही मात
पराही परतली तेथे कैचा हेत
जन्ममरणाचा पुरलासे अन्त
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता
दत्त येऊनियां ऊभा ठाकला
सद्भावे साष्टांगे प्रणिपात केला
प्रसन्न होऊनी आशीर्वाद दिधला
जन्ममरणाचा फेरा चुकविला
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता
दत्त दत्त ऐसे लागले ध्यान
हरपलें मन झालें उन्मन
मी तू पणाची झाली बोळवण
एका जनार्दनी श्रीदत्तध्यान
जय देव जय देव जय श्री गुरुदत्ता
आरती ओवाळीतां हरली भवचिन्ता
- हिंदी दिवस पर कविता(hindi Diwas Par Kavita)हिंदी दिवस पर कविता(hindi Diwas Par Kavita) 14 सितंबर को ‘हिन्दी दिवस’ मनाया जाता है। संवैधानिक रूप से हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है किंतु सरकारों ने उसे उसका प्रथम स्थान न देकर अन्यत्र धकेल दिया यह दुखदाई है। हिंदी को राजभाषा के रूप में देखना और हिंदी दिवस के रूप में उसका सम्मान… Read more: हिंदी दिवस पर कविता(hindi Diwas Par Kavita)
- कैदी और कोकिला/पं.माखनलाल चतुर्वेदी कैदी और कोकिला 1क्या गाती हो?क्यों रह-रह जाती हो? कोकिल बोलो तो ! क्या लाती हो? सन्देशा किसका है? कोकिल बोलो तो ! 2ऊँची काली दीवारों के घेरे में, डाकू, चोरों, बटमारों के डेरे में, जीने को देते नहीं पेट भर खाना, मरने भी देते नहीं, तड़प रह जाना ! जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है, शासन है, या तम का… Read more: कैदी और कोकिला/
- Pushp Ki Abhilashaपुष्प की अभिलाषा पुष्प की अभिलाषा /पं.माखनलाल चतुर्वेदी चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ।चाह नहीं, प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ॥चाह नहीं, सम्राटों के शव पर, हे हरि, डाला जाऊँ।चाह नहीं, देवों के सिर पर चढूँ, भाग्य पर इठलाऊँ॥मुझे तोड़ लेना वनमाली!उस पथ में देना तुम फेंक॥मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने।जिस पथ जावें… Read more: Pushp Ki Abhilasha
- Joke in hindijoke in hindi -जोक (Joke) का मतलब है हंसी-मजाक, चुटकुला या विनोदपूर्ण बात। यह एक ऐसी कहानी या वाक्य होता है जिसे सुनकर लोग हंसते हैं। जोक्स का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए किया जाता है और हंसी-खुशी का माहौल बनाने में मदद करते हैं।
- भज गोविन्दं (BHAJ GOVINDAM)आदि गुरु श्री शंकराचार्य विरचित Adi Shankara’s Bhaja Govindam Bhaj Govindam In Sanskrit Verse Only भज गोविन्दं भज गोविन्दं भजमूढमते । संप्राप्ते सन्निहिते काले नहि नहि रक्षति डुकृञ्करणे ॥ १ ॥ मूढ जहीहि धनागमतृष्णां कुरु सद्बुद्धिं मनसि वितृष्णाम् । यल्लभसे निजकर्मोपात्तं वित्तं तेन विनोदय चित्तम् ॥ २ ॥ नारीस्तनभर नाभीदेशं दृष्ट्वा मागामोहावेशम् । एतन्मांसावसादि विकारं… Read more: भज गोविन्दं (BHAJ GOVINDAM)
Leave a Reply