bhagwat geeta ki aarti lyrics
जय गीता माता श्री जय गीता माता।
सुख करनी दुःख हरनी तुमको जग गाता।
टेक- जय गीता माता, मैया जय गीता माता।
सुख करनी दुःख हरनी तुमको जग गाता।
अज्ञान मोह ममता को छिन में नाश करे,
सत्य ज्ञान का मन में तू प्रकाश करे।
शरण मेरी जो आवे तेरी मति ग्रहण करे,
पाप ताप मिट जावें निर्भय भव सिंधु तरे।
रणक्षेत्र में अर्जुन जब शोकाधीर हुआ,
कर्तव्य कर्म तज बैठा बहुत मलीन हुआ।
तब कृष्णचन्द्र के मुख से तुमने अवतार लिया,
तत्त्व बात समझाकर उसका उद्धार किया।
शरीर जन्मते मरते आत्मा अविनाशी,
शरीर को दुःख व्यापे आत्मा सुख राशी।
अतः शरीर की ममता मन से त्याग करो,
आत्मब्रह्म को चीन्हों उससे अनुराग करो।
निष्काम कर्म नित्य करके जग का उपकार करो,
फल वांछा को त्यागो सद्व्यवहार करो।
मन को वश में करके इच्छा त्याग करो,
निष्काम जग में रहकर हरि से अनुराग करो।
यह उपदेश तेरे जो नर मन में लावे,
भगवान भवसागर से वह क्यों न तर जावे।
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- Joke in hindijoke in hindi -जोक (Joke) का मतलब है हंसी-मजाक, चुटकुला या विनोदपूर्ण बात। यह एक ऐसी कहानी या वाक्य होता है जिसे सुनकर लोग हंसते हैं। जोक्स का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए किया जाता है और हंसी-खुशी का माहौल बनाने में मदद करते हैं।
- भज गोविन्दं (BHAJ GOVINDAM)आदि गुरु श्री शंकराचार्य विरचित Adi Shankara’s Bhaja Govindam Bhaj Govindam In Sanskrit Verse Only भज गोविन्दं भज गोविन्दं भजमूढमते । संप्राप्ते सन्निहिते काले नहि नहि रक्षति डुकृञ्करणे ॥ १ ॥ मूढ जहीहि धनागमतृष्णां कुरु सद्बुद्धिं मनसि वितृष्णाम् । यल्लभसे निजकर्मोपात्तं वित्तं तेन विनोदय चित्तम् ॥ २ ॥ नारीस्तनभर नाभीदेशं दृष्ट्वा मागामोहावेशम् । एतन्मांसावसादि विकारं… Read more: भज गोविन्दं (BHAJ GOVINDAM)
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